शब्दों के तीर एक-दूसरे पर खूब चल रहे हैं . आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है . टेलीविजन चैनलों और अखबारों के पन्नों पर शब्दों की बाजीगरी और लांछन -प्रतिलांछनों का शोर इतना है कि सही-गलत की पहचान करना बहुत कठिन होता जा रहा है ,लेकिन थोड़ी कोशिश करें तो 'देशभक्तों ' और देशद्रोहियों की पहचान आसानी से की जा सकती है. असली देशभक्त कौन ? पहचानने के लिए मैंने २२ बिंदु तय किए हैं, जो इस प्रकार हैं --
(१ ) जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी !
(२ ) वह सैनिक जो देश की सरहदों पर कठिन से कठिन परिस्थतियों में भी मातृभूमि की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं ,जिनकी सजगता और सतर्कता की वजह से हम देशवासी चैन की नींद सोते हैं ,लोकतंत्र की खुली हवा में सांस लेते है .
(३ ) वह किसान जो खेतों को अपने पसीने से सींच कर देशवासियों के लिए अनाज उपजाता है .
(४ ) वह मजदूर जिस के पसीने की बुनियाद पर सडक, पुल-पुलिया और बड़ी-बड़ी इमारतें बनती हैं ,जो खेतों के साथ-साथ कारखानों में भी पसीना बहाता है !
(५ ) ऐसे लोग जो किसानों और मजदूरों की जमीन हड़पने का घटिया काम नहीं करते !
(६ ) ऐसे अधिकारी और कर्मचारी ,जो कभी रिश्वत नहीं लेते और भ्रष्टाचार नहीं करते और पूरी ईमानदारी से अपने सरकारी कर्त्तव्यों का निर्वहन करते हैं .
(७ ) ऐसे वकील जो पेशे और पेशी के नाम पर अपने गरीब मुवक्किलों को अपनी चालबाजी का शिकार नहीं बनाते और उनसे मनमाना रुपया नहीं ऐंठते !
(८ ) ऐसे लोग जो आरक्षण या किसी और मुद्दे पर अपने आन्दोलनों मेंहिंसा का सहारा नहीं लेते और ट्रेनों ,बसों और दूसरी सार्वजनिक सम्पत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाते .
(९ ) ऐसे साहित्यकार और पत्रकार जो हर हालत में सिर्फ और सिर्फ सच्चाई लिखते हैं ! हालांकि साहित्य और पत्रकारिता में अब ऐसी प्रजाति विलुप्त होती जा रही है .
(१० ) ऐसे प्राध्यापक ,जो अपने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को सिर्फ और सिर्फ शिक्षा देने का कार्य करते हैं और उन्हें घटिया राजनीति नहीं सिखाते !
(१ ) जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी !
(२ ) वह सैनिक जो देश की सरहदों पर कठिन से कठिन परिस्थतियों में भी मातृभूमि की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं ,जिनकी सजगता और सतर्कता की वजह से हम देशवासी चैन की नींद सोते हैं ,लोकतंत्र की खुली हवा में सांस लेते है .
(३ ) वह किसान जो खेतों को अपने पसीने से सींच कर देशवासियों के लिए अनाज उपजाता है .
(४ ) वह मजदूर जिस के पसीने की बुनियाद पर सडक, पुल-पुलिया और बड़ी-बड़ी इमारतें बनती हैं ,जो खेतों के साथ-साथ कारखानों में भी पसीना बहाता है !
(५ ) ऐसे लोग जो किसानों और मजदूरों की जमीन हड़पने का घटिया काम नहीं करते !
(६ ) ऐसे अधिकारी और कर्मचारी ,जो कभी रिश्वत नहीं लेते और भ्रष्टाचार नहीं करते और पूरी ईमानदारी से अपने सरकारी कर्त्तव्यों का निर्वहन करते हैं .
(७ ) ऐसे वकील जो पेशे और पेशी के नाम पर अपने गरीब मुवक्किलों को अपनी चालबाजी का शिकार नहीं बनाते और उनसे मनमाना रुपया नहीं ऐंठते !
(८ ) ऐसे लोग जो आरक्षण या किसी और मुद्दे पर अपने आन्दोलनों मेंहिंसा का सहारा नहीं लेते और ट्रेनों ,बसों और दूसरी सार्वजनिक सम्पत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाते .
(९ ) ऐसे साहित्यकार और पत्रकार जो हर हालत में सिर्फ और सिर्फ सच्चाई लिखते हैं ! हालांकि साहित्य और पत्रकारिता में अब ऐसी प्रजाति विलुप्त होती जा रही है .
(१० ) ऐसे प्राध्यापक ,जो अपने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को सिर्फ और सिर्फ शिक्षा देने का कार्य करते हैं और उन्हें घटिया राजनीति नहीं सिखाते !
(११ ) ) ऐसे डॉक्टर जो मरीजों की गरीबी का बेजा फायदा नहीं उठाते और सेवा भावना से उनका इलाज करते हैं !
(१२ ) ऐसे मेडिकल उद्योग और उनके संचालक ,जो नकली दवाई नहीं बनाते और नहीं बिकवाते और असली दवाइयों की मनमानी कीमत नहीं वसूलते !
(१३ ) ऐसे नागरिक जो सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी नहीं फैलाते ,जो नालियों में कचरा नहीं फेंकते !
(१४ ) ऐसे फैक्ट्री मालिक जो पर्यावरण से खिलवाड़ नहीं करते !
(१५ ) ऐसे लोग जो पर्यावरण और हरियाली की रक्षा के लिए हमेशा चिंतित रहते हैं और इसके लिए तत्पर रहते हैं !
(१६ ) ऐसे मालिक ,जो अपने नौकरों को उनकी उचित रोजी-मजदूरी देने में कंजूसी नहीं करते !
( १७ ) ऐसे व्यापारी जो शराब का कारोबार नहीं करते !
(१८ ) ऐसे दुकानदार जो अपने ग्राहकों से कभी बेईमानी नहीं करते !
(१९ ) ऐसे नेता जो जनता से झूठे वादे नहीं करते और उसे झूठे सपने नहीं दिखाते !
(२० ) ऐसे माता-पिता और ऐसे परिवार जो अपने बच्चों को अंग्रेजी नहीं ,बल्कि अपनी राष्ट्रभाषा हिन्दी और अपनी प्रादेशिक भाषाओं की पढाई के लिए प्रेरित करते हैं और जो उन्हें ऐसे विद्यालयों में भर्ती करते हैं ,जहां हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं में पढाई होती है !
(२१ ) ऐसे फ़िल्मी कलाकार जो कला-संस्कृति के नाम पर समाज में अश्लीलता नहीं फैलाते !
(२२ ) ऐसे लोग जो कृषि-प्रधान इस देश में गोवंश की रक्षा को अपना कर्त्तव्य मानते हैं !
यह सूची और भी लम्बी हो सकती है .जितना मुझे ख्याल आया , मैंने लिख दिया .अगर आप चाहें तो इसमें अपनी ओर से भी कुछ बिंदु जोड़कर सूची की लम्बाई बढ़ा सकते हैं . इससे देशभक्तों की पहचान तय करना और भी ज्यादा आसान हो जाएगा !
--स्वराज करुण
(१२ ) ऐसे मेडिकल उद्योग और उनके संचालक ,जो नकली दवाई नहीं बनाते और नहीं बिकवाते और असली दवाइयों की मनमानी कीमत नहीं वसूलते !
(१३ ) ऐसे नागरिक जो सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी नहीं फैलाते ,जो नालियों में कचरा नहीं फेंकते !
(१४ ) ऐसे फैक्ट्री मालिक जो पर्यावरण से खिलवाड़ नहीं करते !
(१५ ) ऐसे लोग जो पर्यावरण और हरियाली की रक्षा के लिए हमेशा चिंतित रहते हैं और इसके लिए तत्पर रहते हैं !
(१६ ) ऐसे मालिक ,जो अपने नौकरों को उनकी उचित रोजी-मजदूरी देने में कंजूसी नहीं करते !
( १७ ) ऐसे व्यापारी जो शराब का कारोबार नहीं करते !
(१८ ) ऐसे दुकानदार जो अपने ग्राहकों से कभी बेईमानी नहीं करते !
(१९ ) ऐसे नेता जो जनता से झूठे वादे नहीं करते और उसे झूठे सपने नहीं दिखाते !
(२० ) ऐसे माता-पिता और ऐसे परिवार जो अपने बच्चों को अंग्रेजी नहीं ,बल्कि अपनी राष्ट्रभाषा हिन्दी और अपनी प्रादेशिक भाषाओं की पढाई के लिए प्रेरित करते हैं और जो उन्हें ऐसे विद्यालयों में भर्ती करते हैं ,जहां हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं में पढाई होती है !
(२१ ) ऐसे फ़िल्मी कलाकार जो कला-संस्कृति के नाम पर समाज में अश्लीलता नहीं फैलाते !
(२२ ) ऐसे लोग जो कृषि-प्रधान इस देश में गोवंश की रक्षा को अपना कर्त्तव्य मानते हैं !
यह सूची और भी लम्बी हो सकती है .जितना मुझे ख्याल आया , मैंने लिख दिया .अगर आप चाहें तो इसमें अपनी ओर से भी कुछ बिंदु जोड़कर सूची की लम्बाई बढ़ा सकते हैं . इससे देशभक्तों की पहचान तय करना और भी ज्यादा आसान हो जाएगा !
--स्वराज करुण
अब देशद्रोहियों की सूचि भी बनाएं....
ReplyDeleteआभार आप का सही आकलन किया है....
कुलदीप जी ! त्वरित टिप्पणी के लिए धन्यवाद . मैंने देशभक्तों की पहचान के लिए २२ बिंदु तय किए हैं .इन बिन्दुओं के आधार पर मूल्यांकन कर हम देशभक्तों को आसानी से पहचान लेंगे ,जो इन बिन्दुओं के विपरीत काम करेंगे ,उन्हें देशद्रोही के रूप में तुरंत पहचाना जा सकेगा .
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