आज के अखबार का
ताजा समाचार -
देश की सबसे बड़ी पंचायत के
सबसे बड़े सरपंच ने
भ्रष्टाचार के आरोपों की
तीखी प्रतिक्रिया में
विपक्षी पंचों पर किया पलटवार ,
गर्जन-तर्जन के साथ भरी सबसे बड़ी हुंकार -
कहा- "हमें भी मालूम है विपक्ष के
ढेर सारे राज , इसलिए
ज्यादा मत चिल्लाओ ,
हम पर उठाते हो एक उंगली तो
तीन उंगलियां तुम्हारी ओर भी होती हैं,
इसलिए क्यों देखते हो किसकी
धोती कितनी लंबी और छोटी है ''
सरपंच जी के कहने का मतलब साफ़ था -
पक्ष-विपक्ष सब एक ही हमाम में
नहा रहे हैं,
बाहर से भले ही दिख रहे
इक-दूजे के जानी दुश्मन ,
हमाम में तो आपसी सदभाव की गंगा
बहा रहे हैं /
आरोप-प्रत्यारोप तो बस
छपक -छैय्या पानी के छींटे हैं ,
सबके सब एक ही घाट का पानी पीते हैं /
हमाम में तो हर कोई है नंगा ,
फिर कोई किसी से क्यों ले पंगा ?
सरपंच जी की बातों में दम है ,
ये अपना हिन्दुस्तान है प्यारे ,
यहाँ ऊपर से नीचे तक सब शरीक-ए -जुर्म हैं
फिर भी हम कहते हैं -
जुर्म यहाँ कम है /
-- स्वराज्य करुण
ताजा समाचार -
देश की सबसे बड़ी पंचायत के
सबसे बड़े सरपंच ने
भ्रष्टाचार के आरोपों की
तीखी प्रतिक्रिया में
विपक्षी पंचों पर किया पलटवार ,
गर्जन-तर्जन के साथ भरी सबसे बड़ी हुंकार -
कहा- "हमें भी मालूम है विपक्ष के
ढेर सारे राज , इसलिए
ज्यादा मत चिल्लाओ ,
हम पर उठाते हो एक उंगली तो
तीन उंगलियां तुम्हारी ओर भी होती हैं,
इसलिए क्यों देखते हो किसकी
धोती कितनी लंबी और छोटी है ''
सरपंच जी के कहने का मतलब साफ़ था -
पक्ष-विपक्ष सब एक ही हमाम में
नहा रहे हैं,
बाहर से भले ही दिख रहे
इक-दूजे के जानी दुश्मन ,
हमाम में तो आपसी सदभाव की गंगा
बहा रहे हैं /
आरोप-प्रत्यारोप तो बस
छपक -छैय्या पानी के छींटे हैं ,
सबके सब एक ही घाट का पानी पीते हैं /
हमाम में तो हर कोई है नंगा ,
फिर कोई किसी से क्यों ले पंगा ?
सरपंच जी की बातों में दम है ,
ये अपना हिन्दुस्तान है प्यारे ,
यहाँ ऊपर से नीचे तक सब शरीक-ए -जुर्म हैं
फिर भी हम कहते हैं -
जुर्म यहाँ कम है /
-- स्वराज्य करुण
आज 01- 08 - 2011 को आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....
ReplyDelete...आज के कुछ खास चिट्ठे ...आपकी नज़र .तेताला पर
चोर चोर मौसेरे भाई
ReplyDeleteसही है, हम्माम में सब नंगे हैं।
ReplyDeleteवाह आपने तो सभी चोरो की पोल खोल दी है।
ReplyDeleteबिलकुल सही कहा आपने जब सभी चोर हैं /तो कोंन किसकी पोल खोले /सब एक जैसे ही हैं /हमारे देश के हालात को उजागर करती हुई बेमिसाल रचना /बधाई आपको /
ReplyDeleteपक्ष विपक्ष एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं
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