फूलों सी नाज़ुक छुअन हो पत्थर के लिए,
रौशनी हो गाँव -गली , शहर के लिए !
जलते हुए इन दीपों की आँखों से देखिए ,
बेचैन हैं जो प्यार भरी नज़र के लिए !
सुबह-शाम यही चाहत मिल जाए कोई अपना,
दो पल की हो फुरसत कभी दोपहर के लिए !
मिटने लगी जमीन कारखानों की आग में ,
तरसते हैं मेहनतकश अपने घर के लिए !
पसीने से उगाई जो फसल , ले गया कोई ,
कयामत का सैलाब था उस लहर के लिए !
अमृत भी सूख गया कहर से महंगाई के ,
लगी है लाइन सस्ते किसी ज़हर के लिए !
आओ मिलकर बदलें यह बेदर्द नज़ारा ,
बनाएँ इक दुनिया हसीन मंज़र के लिए !
-- स्वराज्य करुण
चित्र : google image से साभार
बहुत बढिया संदेश देती रचना ..
ReplyDelete.. आपको दीपपर्व की शुभकामनाएं !!
शुभ दीपावली.
ReplyDeleteआपको, परिजनों तथा मित्रों सहित दीपावली पर मंगलकामनायें! ईश्वर की कृपा आप पर बनी रहे।
ReplyDelete********************
साल की सबसे अंधेरी रात में*
दीप इक जलता हुआ बस हाथ में
लेकर चलें करने धरा ज्योतिर्मयी
बन्द कर खाते बुरी बातों के हम
भूल कर के घाव उन घातों के हम
समझें सभी तकरार को बीती हुई
कड़वाहटों को छोड़ कर पीछे कहीं
अपना-पराया भूल कर झगडे सभी
प्रेम की गढ लें इमारत इक नई
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दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति…………दीप मोहब्बत का जलाओ तो कोई बात बने
ReplyDeleteनफ़रतों को दिल से मिटाओ तो कोई बात बने
हर चेहरे पर तबस्सुम खिलाओ तो कोई बात बने
हर पेट मे अनाज पहुँचाओ तो कोई बात बने
भ्रष्टाचार आतंक से आज़ाद कराओ तो कोई बात बने
प्रेम सौहार्द भरा हिन्दुस्तान फिर से बनाओ तो कोई बात बने
इस दीवाली प्रीत के दीप जलाओ तो कोई बात बने
आपको और आपके परिवार को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें।
अमृत भी सूख गया महंगाई के कहर से
ReplyDeleteलगी है लाइन सस्ते किसी ज़हर के लिए !
आह!
बहुत सुन्दर!
ReplyDeleteआपको और आपके पूरे परिवार को
दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteरचना अच्छी लगी । मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है ।
ReplyDeleteआओ मिल कर बदलें यह बेदर्द नज़ारा ,
ReplyDeleteबनाएँ इक दुनिया हसीन मंज़र के लिए !
एकदम सही बात लिखी गई है
पूरे देशवासियों को जुटना होगा
देश मे लाने के लिये "हसीन मंजर"
कोई भोंक न पाये किसी के पेट मे खंजर
आओ मिल कर बदलें यह बेदर्द नज़ारा ,
"दीपोत्सव के चौथे दिन "अन्न-कूट गोवर्धन पूजा" की बहुत बहुत बधाई…।
आओ मिलकर बदलें यह बेदर्द नज़ारा ,
ReplyDeleteबनाएँ इक दुनिया हसीन मंज़र के लिए ! very nice...
आप को भी दीपों के इस पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDelete*दीवाली *गोवर्धनपूजा *भाईदूज *बधाइयां ! मंगलकामनाएं !
ईश्वर ; आपको तथा आपके परिवारजनों को ,तथा मित्रों को ढेर सारी खुशियाँ दे.
माता लक्ष्मी , आपको धन-धान्य से खुश रखे .
यही मंगलकामना मैं और मेरा परिवार आपके लिए करता है!!