Saturday, June 11, 2022

(ग़ज़ल )पढ़े-लिखे भी बहक गए....

 


4 comments:

  1. Replies
    1. संगीता जी , बहुत बहुत धन्यवाद।

      Delete
  2. बहुत सुंदर

    ReplyDelete
    Replies
    1. हार्दिक आभार, ओंकार जी।

      Delete