मोहल्ले में मच गया शोर ,
खुल गया ! खुल गया ! ! खुल गया !!!
लूट-मार जनरल स्टोर !
लांचिंग के बाद सबसे पहले
आया है हमारी दुकान पर
रिश्वत छाप वाशिंग पावडर,
कीजिए इस्तेमाल और
लीजिए हर काम का
कमीशन होकर निडर /
इसका सनसनाता हुआ झाग ,
धो देगा आपके कपड़ों पर लगा
बदनामी का हर दाग /
इससे धुले कपड़े पहनकर
आप बन जाएंगे विशेष
घूम सकेंगे शान से देश-विदेश /
हम लेकर आए हैं -
बेईमानी ब्रांड नहाने और हाथ
धोने का साबुन ,
इसमें भी हैं कई तरह के गुण /
इससे नहाओ और हाथ धोकर जाओ
अपने दफ्तर ,
रिश्वत लेते कभी नहीं
आओगे रंगे हाथ पकड़ में
रहोगे शान से अपनी अकड़ में /
घोटाला छाप हेयर ऑयल
आप हमसे ले जाइए ,
अगर हैं आप पेशेवर घोटालेबाज
तो मत शरमाइए ,
एक पर एक फ्री हमसे पाइए /
मक्कारी का मुरब्बा और
मतलबपरस्ती का अचार ,
ले जाइए ,खाइये -खिलाइये .
खूब चलेगा आपका हर कारोबार /
ठेका ,परमिट प्रमोशन
और पोस्टिंग
के कागजात
समर्थन-मूल्य पर थोक भाव में
मिल जाएंगे इफरात /
लोकतंत्र का दर्पण भी
हमारी दुकान पर आपको मिल जाएगा
चाहे नेता हो या अफसर ,
न्याय-मंदिर का पुजारी
या चौथे खम्भे का मालिक ,
यह चारों के काम आएगा /
चारों एक-दूसरे को
आइना दिखाएंगे ,
साझा धंधे की कमाई
मिल-बाँट कर खाएंगे /
लूट-मार जनरल स्टोर में
विधायिका ,न्यायपालिका ,
कार्यपालिका और मीडिया के
हर माल का रेट पहले से तय है ,
जो खरीद सके जितना ,
उसकी उतनी विजय है /
स्वराज्य करुण
खुल गया ! खुल गया ! ! खुल गया !!!
लूट-मार जनरल स्टोर !
लांचिंग के बाद सबसे पहले
आया है हमारी दुकान पर
रिश्वत छाप वाशिंग पावडर,
कीजिए इस्तेमाल और
लीजिए हर काम का
कमीशन होकर निडर /
इसका सनसनाता हुआ झाग ,
धो देगा आपके कपड़ों पर लगा
बदनामी का हर दाग /
इससे धुले कपड़े पहनकर
आप बन जाएंगे विशेष
घूम सकेंगे शान से देश-विदेश /
हम लेकर आए हैं -
बेईमानी ब्रांड नहाने और हाथ
धोने का साबुन ,
इसमें भी हैं कई तरह के गुण /
इससे नहाओ और हाथ धोकर जाओ
अपने दफ्तर ,
रिश्वत लेते कभी नहीं
आओगे रंगे हाथ पकड़ में
रहोगे शान से अपनी अकड़ में /
घोटाला छाप हेयर ऑयल
आप हमसे ले जाइए ,
अगर हैं आप पेशेवर घोटालेबाज
तो मत शरमाइए ,
एक पर एक फ्री हमसे पाइए /
मक्कारी का मुरब्बा और
मतलबपरस्ती का अचार ,
ले जाइए ,खाइये -खिलाइये .
खूब चलेगा आपका हर कारोबार /
ठेका ,परमिट प्रमोशन
और पोस्टिंग
के कागजात
समर्थन-मूल्य पर थोक भाव में
मिल जाएंगे इफरात /
लोकतंत्र का दर्पण भी
हमारी दुकान पर आपको मिल जाएगा
चाहे नेता हो या अफसर ,
न्याय-मंदिर का पुजारी
या चौथे खम्भे का मालिक ,
यह चारों के काम आएगा /
चारों एक-दूसरे को
आइना दिखाएंगे ,
साझा धंधे की कमाई
मिल-बाँट कर खाएंगे /
लूट-मार जनरल स्टोर में
विधायिका ,न्यायपालिका ,
कार्यपालिका और मीडिया के
हर माल का रेट पहले से तय है ,
जो खरीद सके जितना ,
उसकी उतनी विजय है /
स्वराज्य करुण
करूण जी, कितना आक्रोश भरा है आपकी रचनाओं में, रक्त-चाप बढ़ जाता है मुझ जैसे कमजोर दिल वाले का.
ReplyDeleteबहुत जबरदस्त लगा लूट-मार जनरल स्टोर| धन्यवाद|
ReplyDeleteKarun ji sixer maar diya hai .ball bhi nahi mil rahi .badhiya vyangy .badhai .
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